मुख्यालय तथा इकाइयों की संरचनात्मक सुविधाएँ
मुख्यालय, कोच्ची
यह संस्थान, कोच्ची में अपने मुख्यालय के साथ 1963 से कार्य कर रहा है। सिफनेट मुख्यालय, 4.35 एकड के विस्तृत क्षेत्र में 5730 स्क्वायर मीटर के स्थाई प्रशिक्षण भवन में स्थित है।
इस संस्थान में सुसज्जित समुद्री इंजीनियरी कर्कषॉप, द्रवचालिकी, वातीय, प्रशीतन और ऊष्मा इंजन प्रयोगशालाएँ हैं। यहाँ मत्स्यन गियर निर्माण और मरम्मत हॉल, नौचालन चार्ट हॉल, पुस्तकालय, विद्युत, इलेक्ट्रॉनिकी प्रयोगशालाओं, कंप्यूटर लैब आदि की व्यवस्था है। इंजन कक्ष सिमुलेटर और नौचालन सिमुलेटर जैसी आधुनिक सुविधाओं की व्यवस्था भी की गई है। इस संस्थान में जलयान के पटल पर प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए 34 मीटर कुल लंबाईवाली एम वी प्रशिक्षणी नाम की मत्स्यग्रहण प्रशिक्षण जलयान भी मौजूद है। संस्थान के परिसर में छात्रों केलिए एक नया छात्रावास निर्मित है, जिसमें 165 छात्रों के रहने की सुविधा है। संस्थान के अतिथि गृह में दौरे पर आनेवाले कर्मचारियों तथा सहयोगी संगठनों के कर्मचारियों केलिए आवास व्यवस्था भी की गई है। इसमें कुल 11 अतिथि कक्ष हैं (10 वातानुकूलित और 01 गैर वातानुकूलित)।
तकनीकी प्रभाग
1. नाविककला और नौचालन प्रभाग
इस संस्थान के तीनों केंद्रों के सीमानशिप और नौचालन विभाग में सीमानशिप, नौचालन, समुद्री मौसमविज्ञान और समुद्र विज्ञान विषयों मे प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए सभी सुविधाएँ उपलब्ध है। इनमें तट पर प्रायोगिक प्रशिक्षण देने के लिए अत्याधुनिक दृश्य माध्यम भी सज्जित किए गए हैं।
सिफनेट मुख्यालय कोच्ची में प्रायोगिक प्रदर्शन के लिए लाइफ रैफ्ट, लाइफ जैकट, लाइफ बॉय, ई पी आइ आर बी, सार्ट जैसे जीवन रक्षा उपस्कर और अग्निशामक, फायर हॉस, नॉज़ल, आइ एस सी जैसे अग्निरोधक उपकरण तथा चुंबकीय दिक्सूचक, समुद्री सेक्स्टंट, पेलोरस, अज़ीमथ मिरर जैसे नौसंचालन के उपकरण भी प्रदर्शन के लिए मौजूद हैं।
नौचालन चार्ट के अभ्यास करवाने के लिए इस प्रभाग का एक विस्तृत चार्ट हॉल भी है।
नाविगेशन सिमुलेटर
सिफनेट, कोच्ची में 30/7/2018 को नए नाविगेशन सिमुलेटर का उद्घाटन किया गया। सिफनेट मुख्यालय के इस मिनी नाविगेशन सिमुलेटर में नौचालन और मात्स्यिकी क्षेत्र से जुडे प्रशिक्षण के लिए आवश्यक सभी उपकरण मौजूद हैं, जो समुद्री रोड नियम, सुरक्षित नौसंचालन प्रविधियाँ, आदि से जुडे बुनियादी तत्व समझाने में आसान है, तथा इसमें वील हाउस में पाए जानेवाले विभिन उपकरण भी उपलब्ध है। इसके सॉफ्टवेयर में नवीनतम विकास के अनुसार परिवर्तन करने की सुविधा है और मत्स्यन के सॉफ्टवेयर भी इसमें जोडे जा सकते हैं।
नौसंचालन इस संस्थान का एक मुख्य विषय होने के कारण इससे जुडे नियम-विनियम सीखना और इनमें अभ्यास करना अत्यंत आवश्यक है। जलयान के पटल पर दिन-रात, बदलते मौसम में कई जलयानों की मौजूदगी में यह अभ्यास करना आसान कार्य नहीं है, और ऐसी परिस्थितियों में वास्तविक अनुभव पाने में कई साल लगेंगे । इस समस्या को सुलझाने का एक आसान तरीका सिमुलेटर रूम में ऐसी परिस्थितियों का सृजन करना है और सिमुलेटर में ही जलयान के प्रचालन का अभ्यास करवाना है। इस प्रकार प्रशिक्षणार्थियों को ऐसी कठिन परिस्थितियों में प्रचालन करने और किसी भी मुसीबतों का सामना करने में आवश्यक अनुभव प्राप्त होगा। यह उनका आत्मविश्वास बढाने में सहायक होगा और उन्हें बिना किसी संभ्रम के ही, उचित निर्णय लेने के काबिल बनाएगा। फिलहाल वी एन सी, एम एफ सी और बी एफ एस सी (एन एस) के छात्रों और अल्पावधिक पाठ्यक्रमों के छात्रों द्वारा इस नाविगेशन सिमुलेटर का प्रयोग किया जा रहा है।
2. मत्स्यन गियर प्रभाग
मत्स्यन गियर के वस्तुओं और निर्माण, मत्स्यन प्रविधियों, डेक उपस्करों जैसे विशिष्ट विषयों में नियमित प्रशिक्षणार्थियों, तथा अनुषंग़ी एवं अल्पावधिक पाठ्यक्रम के छात्रों को प्रशिक्षण प्रदान करने का दायित्व सिफनेट के तीनों केंद्रों के मत्स्यन गियर प्रभाग पर निहित है। इन विषयों में प्रायोगिक प्रशिक्षण देने केलिए तीनों केंद्रों के प्रभागों में मत्स्यन क्राफ्ट एवं गियरों के नमूने उपलब्ध हैं और मत्स्यन गियर निर्माण के वस्तुओं, डिज़ाइन और मरम्मत में व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करने केलिए सुसज्जित प्रयोगशालाएँ भी है।
सिफनेट मुख्यालय कोच्ची में इस प्रभाग के अधीन मत्स्यन गियर हॉल, जीवविज्ञान प्रयोगशाला, सूक्षम जैविकी, जैव रासायनिक और मत्स्य संसाधन के लिए सुसज्जित प्रयोगशालाएँ है, जहाँ व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।
मत्स्यन गियर हॉल
मत्स्यन गियर हॉल, प्रदर्शन केलिए विभिन्न मत्स्यन गियरों, क्राफ्टों, मत्स्यन गियर की सामग्रियों और सहायक साधनों से सुसज्जित है। यहाँ विभिन्न प्रकार के मत्स्यन गियरों के निर्माण और मत्स्यन जालों के निर्माण और मरम्मत में भी प्रायोगिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। गभीर सागर मत्स्यन के लिए आवश्यक मत्स्यन गियरों के डिज़ाइन और निर्माण कार्य भी इस प्रभाग द्वारा किया जाता है।
जीव विज्ञान प्रयोगशाला
जीव विज्ञान प्रयोगशाला में प्लवक मछलियों के संचयन और पहचान की सुविधाएँ, वर्गीकरण-पहचान की सुविधाएँ और पख मछलियों और कवच मछलियों के जीव वैज्ञानिक अध्ययन और नितल जीवजातों के संचयन और पहचान की सुविधाएँ भी उपलब्ध है। यह प्रयोगशाला माइक्रोस्कोप, बी ओ डी ऊष्मायित्र, मापन उपकरणों, विच्छेदन उपस्करों तथा अन्य सहायक सामग्रियों से सुसज्जित है।
सूक्ष्म जीव विज्ञान प्रयोगशाला
सूक्ष्म जीव विज्ञान प्रयोगशाला में मछलियों तथा मत्स्य उत्पादों में पाए जानेवाले विभिन्न वर्गों के जीवाणुओं के संवर्धन और पहचान केलिए उपकरण मौजूद है। इनमें माइक्रोस्कोप, लामिनार फ्लो, ऑटोक्लेव, ऊष्मायित्र, फ्यूम हूड, आसवन यूनिट, आदि शामिल हैं, जो प्रायोगिक प्रशिक्षण केलिए प्रयुक्त किए जाते हैं।
जैव रासायनिक प्रयोगशाला
मत्स्य और मत्स्य उत्पादों के निकटतम संयोजन के निर्धारण केलिए विभिन्न प्रकार की सुविधाएँ उपलब्ध हैं, जैसे, तप्त वायु भट्टी, मफल भट्टी, केल्डाल उपकरण और इनकी सहायक सामग्रियाँ ।
मत्स्य संसाधन प्रयोगशाला
इस प्रयोगशाला में प्रोसेसिंग टेबल, डीप फ्रीज़र, प्रशीतित्र, सैशिमी ट्यूणा केलिए ट्यूणा हैंडलिंग किट तथा अन्य सहायक सामग्रियाँ उपलब्ध कराए गए हैं। इस प्रयोगशाला में मछलियों के स्वास्थ्यपूर्ण रखरखाव, पश्च पैदावार संसाधन प्रक्रियाओं, मूल्यवर्धित मत्स्य और मत्स्य उत्पाद तैयार करने के संबंध में प्रयोग किए जाते हैं।
3. समुद्री इंजीनियरी प्रभाग
यह प्रभाग समुद्री इंजन, विद्युत प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिकी और कंप्यूटर अनुप्रयोग, द्रवचालिकी, प्रशीतन और क्राफ्ट प्रौद्योगिकी से जुडा हुआ है। इन विषयों में अध्ययन और प्रायोगिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए पूर्ण रूप से सुसज्जित समुद्री इंजीनियरी वर्कषॉप, समुद्री इंजीनियरी प्रयोगशाला, विद्युत प्रयोगशाला, ईलेक्ट्रॉनिकी लैब और कार्पेंटरी अनुभाग हैं।
समुद्री इंजीनियरी वर्कषॉप
समुद्री इंजीनियरी वर्कषॉप में इंजन अनुभाग, मशीन शॉप अनुभाग, वेल्डिंग, लोहार, फिट्टिंग और कार्पेंटरी अनुभाग शमिल हैं। मशीन षॉप में लेथ मशीन, मिलिंग मशीन, वेधन यंत्र, षेपर (आकृतीयक), आदि यंत्र उपलब्ध हैं और इंजन अनुभाग में सिंगल सिलिंडर और मल्टी सिलिंडर के विभिन्न अश्वशक्ति के इंजन, दो चालक नमूना इंजन, आउट बोर्ड मोटर, और कई प्रकार के संपीडित्र उपलब्ध हैं।
समुद्री इंजीनियरी वर्कषॉप में मरीन फिटर पाठ्यक्रम के छात्रों को समुद्री इंजीनियरी, फिट्टिंग, टर्णिंग, लुहारी, वेल्डिंग, धागा कर्तन और इंजन के अनुरक्षण में प्रायोगिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।
प्रायोगिक प्रशिक्षण प्रदान करने के साथ साथ समुद्री इंजीनियरी वर्कषॉप, जलयान के मरम्मत-अनुरक्षण और कार्यालय एवं स्टाफ क्वार्टर के अनुरक्षण कार्यों में भी सहायता प्रदान करता है। इस संस्थान के नियमित पाठ्यक्रम पूरा करने वाले शिक्षुओं को प्रशिक्षण प्रदान करने केलिए इस वर्कषॉप को एम एम डी की मान्यता प्राप्त है।
कार्पेंटरी
कार्पेंटरी अनुभाग के अंतर्गत थिकनेस प्लेनर, बैंड सॉ मशीन, सर्कुलर सॉ मशीन, रूटर, हैंड प्लेन, ड्रिल, सेंडर मशीन, आदि आते हैं। कार्पेंटरी अनुभाग में छात्रों को इन सभी मशीनों पर काम करने का अभ्यास करवाया जाता है और उनकी पाठ्यचर्या के अनुसार नमूना व्यावहारिक परीक्षा भी चलाई जाती है। इन सबके अलावा कार्पेंटरी अनुभाग, जलयान, कार्यालय एवं स्टाफ क्वार्टर के कार्पेंटरी कार्यों में भी सहायता प्रदान करता है।
समुद्री इंजीनियरी प्रयोगशाला
समुद्री इंजीनियरी प्रयोगशाला के अंतर्गत चार प्रयोगशालाएँ आते हैं- ऊष्मा इंजन लैब, प्रशीतन लैब, वातीय लैब और द्रवचालिकी लैब ।
ऊष्मा इंजन लैब
ऊष्मा इंजन लैब में एक 4 स्ट्रोक एम पी एफ आइ पेट्रोल इंजन, रोप ब्रेक ड्रम युक्त एक 4 स्ट्रोक ट्विन सिलिंडर डीज़ल इंजन (हाइड्रॉलिक लोडड), एक रेसिप्रोकेटिंग पंप टेस्ट रिग, एक हीट पंप टेस्ट रिग, एक फ्लोटिंग बॉडी स्टेबिलिटी टेस्टिंग रिग शामिल हैं। ऊष्मा इंजन लैब का मुख्य उद्देश्य छात्रों को पेट्रोल इंजनों और डीज़ल इंजनों में लोड टेस्ट, मोर्स टेस्ट आदि करवाना, (डीज़ल इंजनों में केवल लोड टेस्ट), विभिन्न पंपों के सीओपी और विभिन्न भार के प्लवमान वस्तुओं की धारिता मापने में प्रशिक्षण देना है।
प्रशीतन लैब
प्रशीतन लैब में एक आइस प्लांट ट्यूटर, फॉल्ट ट्यूटर युक्त प्रशीतन ट्रेनर किट, फॉल्ट ट्यूटर युक्त गार्हिक प्रशीतन ट्रेनर, स्प्लिट टाइप ए सी ट्यूटर, वाष्प शोषण प्रशीतन प्रयोग की सुविधा और एक छोटा शीतागार ट्रेनर है।
प्रशीतन लैब का मुख्य उद्देश्य छात्रों को विभिन्न भार के साथ विभिन्न प्रशीतन उपकरणों की सीओपी जाँचने, प्रशीतन सिस्टम के भ्रंश सिमुलेशन करने और प्रशीतन सिस्टम में पाए जानेवाले पुर्जों और घटकों के बारे में प्रायोगिक प्रशिक्षण देना है।
द्रवचालिकी लैब
द्रवचालिकी लैब में तीन सिंगल स्टेज रेसिप्रोकेटिंग वायु संपीडक युक्त तीन इलेक्ट्रो न्यूमाटिक ट्रेनर किट हैं। ये ट्रेनर किट छात्रों को न्यूमाटिक्स के बुनियादी तत्वों, उसके घटकों, निर्माण परिपथ, और परिपथों के चालन और अनुप्रयोग समझाने में सहायक हैं। इस लैब में विभिन्न प्रकार के न्यूमाटिक वाल्व के कट सेक्शन भी मौजूद हैं।
इंजन रूम सिमुलेटर
इंजन रूम सिमुलेटर वास्तविक इंजन रूम (3.5 वर्शन) से सुसज्जित है। यहाँ पर पूरी तरह से कंप्यूटर आधारित इंजन रूम सिमुलेटर है, जो एसटीसी डब्ल्यू और आइ एस एम कोड के अनुपालन के लिए विकसित है। कहने का तात्पर्य यह है कि जहाज़ के इंजन रूम में वास्तव में पाई जानेवाली सभी मुख्य सिस्टम यहाँ रूपांकित किए गए हैं। इस इंजन रूम सिमुलेटर सॉफ्टवेयर के ज़रिए छात्रों को जहाज़ के इंजन रूम में उपलब्ध सभी सिस्टम के बारे में समझने और अध्ययन करने का मौका मिलता है। किसी इंजन रूम में पाई जानेवाली सभी परिस्थितियों का, सिमुलेटर में सृजन किया जा सकता है, और उन पर अभ्यास किया जा सकता है। अत: प्रशिक्षणार्थियों को हर परिस्थितियों में इंजनों पर कार्य करने का पर्याप्त प्रायोगिक ज्ञान मिलता है। और वे बिना किसी शक के और आत्मविश्वास के साथ इंजन रूम में काम करने के काबिल बन जाते हैं।
इलेक्ट्रॉनिकी और कंप्यूटर अनुप्रयोग
सिफनेट मुख्यालय का इलेक्ट्रॉनिकी प्रयोगशाला, ग्लोबल पोज़ीशनिंग सिस्टम, प्रतिध्वनि ध्वनिक, और संचार के साधन जैसे वी एच एफ, एच एफ और एम एफ रेडियो रिसीवर आदि से सुसज्जित है। इसे इस्तेमाल करने और अनुरक्षण पर प्रायोगिक प्रशिक्षण देने के लिए इनका प्रयोग किया जाता है। सिफनेट के मत्स्यग्रहण जलयान समुद्र में प्रचालन करते समय कार्यालय द्वारा जलयान के साथ संचार बनाए रखने केलिए मात्र एक रेडियो रूम भी स्थापित किया गया है।
कंप्यूटर लैब
इस संस्थान में एक कंप्यूटर लैब है, जिसमें इंटरनेट सहित सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध है। इसमें एक समय पर 20 छात्रों को प्रशिक्षण दिया जा सकता है।
विद्युत इंजीनियरी अनुभाग
विद्युत वर्कशाप: यहाँ गार्हिक, व्यावसायिक और औद्योगिक जैसे विभिन्न प्रकार के वायरिंग का अभ्यास कराया जाता है। इस प्रयोगशाला का उद्देश्य विद्युत परिपथों से संबंधित मूल संकल्पनाएँ समझाना और छात्रों को स्वयं अपने हाथों से ये कार्य करने का अनुभव प्रदान करते हुए ये संकल्पनाएँ उनके मन में बिठाना भी है।
विद्युत प्रयोगशाला: आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित इस प्रयोगशाला में विभिन्न प्रकार के विद्युत मशीनों का परीक्षण किया जाता है और उनमें अभ्यास करवाया जाता है। इस प्रयोगशाला में छात्रों को अपनी पाठ्यचर्या के अनुसार पढे गए सिद्धांतों और संकल्पनाओं के प्रायोगिक प्रमाणीकरण और औद्योगिक अनुप्रयोग के अवसर मिलते हैं।
इसकी सुविधाओं में दिष्ट धारा (डी सी) मशीनें, दिष्ट धारा बैटरी प्रणाली, प्रत्यावर्ती धारा (ए सी) एकल प्रावस्था मोटर, प्रत्यावर्ती धारा तुल्यकालिक मोटर, परिपथ विच्छेदक और संरक्षण प्रणाली, प्रत्यावर्ती धारा त्रिप्रावस्था प्रेरणी मोटर आदि शामिल हैं।
4. प्रशिक्षण प्रभाग
इस संस्थान के प्रशिक्षण प्रभाग द्वारा पूरे प्रशिक्षण कार्यक्रमों का निर्धारण समन्वयन और मानीटरण किया जाता है। संस्थानोत्तर प्रशिक्षणार्थियों के प्रशिक्षण कार्यों की रूपरेखा तैयार करने का कार्य और परीक्षाओं का आयोजन भी इस प्रभाग की देखरेख में ही किए जाते हैं। इन कार्यों में इकाइयों के प्रशिक्षण प्रभाग भी सहायता प्रदान करते हैं। मुख्यालय में स्थापित रोज़गार मार्गनिर्देश ब्यूरो का संचालन भी प्रशिक्षण प्रभाग द्वारा किया जाता है।
5. पुस्तकालय
संस्थान के मुख्यालय कोच्ची और चेन्नई और विशाखपटनम स्थित इसकी दोनों इकाइयों में प्रलेखन सुविधाओं के साथ सुसज्जित पुस्तकालय हैं, जहाँ नौचालन विज्ञान, समुद्री इंजीनियरी, मत्स्यन क्राफ़्ट एवं गियर प्रौद्योगिकी, वर्कषॉप प्रौद्योगिकी, विद्युत प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिकी, कंप्यूटर विज्ञान, मत्स्य जैविकी, मत्स्य संभलन, समुद्री मौसम विज्ञान, समुद्र विज्ञान, प्रशीतन, द्रवचालिकी, आदि विषय क्षेत्रों से संबंधित पुस्तकों का एक समृद्ध संचय उपलब्ध है। अन्य संस्थानों से आनेवाले विद्वानों और छात्रों को इन पुस्तकालयों में संदर्भ सुविधा भी प्रदान किया जाता है।
राजभाषा अनुभाग
सिफनेट मुख्यालय में एक राजभाषा अनुभाग है, जो राजभाषा के कार्यान्वयन से जुडी गतिविधियों केलिए उत्तरदायी है। कर्मचारियों को उनका कार्यालयीन कार्य हिंदी में करने के काबिल बनाने केलिए अप्रशिक्षित कर्मचारियों और अधिकरियों को हिंदी शिक्षण योजन द्वारा आयोजित की जानेवाली प्रबोध/प्रवीण/प्राज्ञ कक्षाओं में नामित किया जाता है। अनुसचिवीय कर्मचारियों को समयबद्ध तरीके से हिंदी टंकण/हिंदी आशुलिपि कक्षाओं में भी नामित किया जाता है। प्रत्येक तिमाही में कर्मचारियों केलिए हिंदी कार्यशालाएँ आयोजित की जाती है, और हर साल सितंबर महीने में सिफनेट के मुख्यालय और दोनों इकाइयों में हिंदी पखवाडा/हिंदी सप्ताह भी मनाया जाता है। राजभाषा के कार्यान्वयन में हासिल की गई प्रगति का मूल्यांकन करने के लिए मुख्यालय और दोनों इकाइयों में प्रत्येक तिमाही में राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठकें होती है।
6. प्रशिक्षण जलयान
इस संस्थान में तीन मत्स्यग्रहण प्रशिक्षण जलयान हैं, जिनमें मुख्य तौर पर संस्थागत प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण तथा संस्थानोत्तर प्रशिक्षणार्थियों को अर्हक समुद्री सेवा प्रदान किया जाता है। एम वी प्रशिक्षणी जलयान मुख्यालय कोच्ची से जुडा हुआ है और स्किप्पर-II और तरंगिनी नाम के जालयान क्रमश: चेन्नई इकाई और विशाखपटनम इकाई से जुडे हैं। इन जलयानों में ट्यूना लांग लाइनिंग, अधस्थल आनायन, चिंगट आनायन, आदि विभिन्न मत्स्यन प्रचालन में प्रशिक्षणार्थियों को अभ्यास करवाया जाता है।