प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अधीन प्रशिक्षकों केलिए प्रशिक्षण पाठ्यक्रम
मात्स्यिकी और जलकृषि के क्षेत्र में होनेवाली आपात कालीन परिस्थितियों और जटिल समस्याओं से जूझने के लिए विश्लेषणात्मक उपकरणों पर प्रशिक्षण और अनुभव से सीख लेना अनिवार्य होता है। इस दृष्टि से सिफनेट द्वारा विभिन्न राज्यों के सरकारी कर्मचारियों, ठेकेदारों और तकनीकी कर्मचारियों केलिए प्रशिक्षण पाठ्यक्रम चलाए जाते हैं। प्रशिक्षकों केलिए आयोजित किए जानेवाले इन पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षण पूरा करने पर प्रशिक्षणार्थी ‘मात्स्यिकी क्षेत्र में प्रशिक्षक’ बन जाते हैं और अपने क्षेत्रों में ऐसे पाठ्यक्रम चलाने के काबिल बन जाते हैं।
क्रम सं |
प्रशिक्षकों केलिए चलाए जानेवाले प्रशिक्षण का नाम |
पाठ्यक्रम की अवधि |
1 |
नौका निर्माण, नौचालन और संचार उपकरण |
10 दिन |
2 |
सुरक्षित सीमानशिप और नौचालन, मत्स्यग्रहण जलयान के समुद्री इलेक्ट्रॉनिक उपकरण तथा समुद्री इंजन |
5 दिन |
3 |
मत्स्यन प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रम |
5 दिन |
4 |
मत्स्यग्रहण जलयान के जीवन रक्षा उपस्कर, अग्निशमन उपकरण और इलेक्ट्रॉनिकी उपकरण |
5 दिन |
5 |
सुरक्षित सीमानशिप और नौचालन, इलेक्ट्रॉनिकी उपकरणों के प्रचालन |
3 दिन |
6 |
समुद्री इंजनों के प्रचालन और अनुरक्षण |
3 दिन |
7 |
समुद्री सुरक्षा, मत्स्यग्रहण जलयानों के सर्वेक्षण और प्रमाणन |
3 दिन |
8 |
महासागरी मौसम और मौसम जागरूकता प्रणाली |
3 दिन |
9 |
उत्तरदायित्वपूर्ण मत्स्यन केलिए आचार संहिता (सी सी आर एफ), मत्स्यन नीति और नियम |
3 दिन |
कार्यक्रम अनुसूची
कार्यक्रम का सत्र |
अवधि |
प्रशिक्षण केंद्र |
कुल |
|||
जिस दिन से |
जिस दिन तक |
कोच्ची |
चेन्नई |
विशाख |
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1 |
23.10.2018 |
25.10.2018 |
- |
- |
48 |
48 |
2 |
28.10.2018 |
30.10.2018 |
- |
- |
49 |
49 |
3 |
04.02.2019 |
08.02.2019 |
13 |
- |
- |
13 |
4 |
26.08.2019 |
30.08.2019 |
- |
6 |
- |
6 |
5 |
10.02.2020 |
14.02.2020 |
- |
- |
25 |
25 |
कुल |
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141 |