संगोष्ठियाँ / कार्यशालाएँ
सिफनेट में चेतावनी प्रणाली और आपातकालीन संचार प्रणालियों पर सैटेलाइट सेमिनार
स्वदेशी विज्ञान आंदोलन, केरल के सहयोग से सिफनेट ने 15.01.2019 को सिफनेट कोच्चि में चेतावनी प्रणाली और आपातकालीन संचार प्रणालियों पर एक सेमिनार आयोजित किया। डॉ. एम. सुधाकर, अध्यक्ष, एसबी-2019 और निदेशक, सीएमएलआरई (एमओईएस) ने अध्यक्षीय भाषण दिया। परिचयात्मक टिप्पणी डॉ वी.एन. संजीवन, अध्यक्ष, एसएसएम-केरल और पूर्व निदेशक, सीएमएलआरई, कोच्चि द्वारा दिया गया। सिफनेट के निदेशक, श्री ए.के. चौधुरी ने बैठक की अध्यक्षता की। एन पी ओ एल के पूर्व निदेशक श्री अनंतनारायणन ने डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम स्मारक व्याख्यान दिया। विभिन्न संगठनों के वैज्ञानिकों ने संचार प्रणालियों और संबंधित पहलुओं पर व्याख्यान दिया। नेविगेशनल सिम्युलेटर और इलेक्ट्रॉनिकी प्रयोगशाला का प्रदर्शन श्री एम. पी. मोहनन, वरिष्ठ अनुदेशक (एस एवं एन) तथा श्री एस. षाजी, अनुदेशक (एस एवं एन) द्वारा किया गया। श्री सी.डी जोषी, वरिष्ठ अनुदेशक (इलेक्ट्रॉनिकी), सिफनेट ने ‘समुद्री संचार प्रणाली’ पर एक लेख प्रस्तुत किया।
संगोष्ठियों/कार्यशालाओं में भागीदारी
सिफनेट के संकाय सदस्यों और तकनीकी कर्मचारियों को नियमित रूप से विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर की संगोष्ठियों और कार्यशालाओं में नामित किया जाता है, ताकि अपने क्षेत्रों में हो रहे विकास के बारे में वे जानकारी हासिल कर सके।
वर्ष 2018-2019 के दौरान हुई भागीदारी का ब्योरा निम्नानुसार है:
1. स्कूल ऑफ मरीन साइन्स, कुसाट द्वारा 16 से 20 दिसंबर, 2019 तक आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन मैरिकॉन 2019 में सिफनेट के श्री एम नीलकंठन, वरिष्ठ अनुदेशक (एफ बी), श्री ऋषिकेश बिसोइ, वरिष्ठ अनुदेशक (ओ एवं एम एम) और श्री सी. बाबु, वरिष्ठ अनुदेशक (एफ टी) को नामित किया गया। बी एफ एस सी के 21 छात्रों ने भी इस सम्मेलन में भाग लिया।
2. कुसाट द्वारा केरल सरकार और भारत सरकार के सहयोग से 12 से 14 फरवरी 2020 तक आयोजित क्लिम फिश 2020, अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में सिफनेट के डॉ जोमोन जोसफ, मुख्य अनुदेशक (एफ टी), श्री एम. नीलकंठन, वरिष्ठ अनुदेशक (एफ बी), और श्री एन. जयरामन, वरिष्ठ अनुदेशक (एफ टी) नामित किए गए।
3. स्कूल ऑफ मरीन साइन्स, कुसाट, कोच्ची द्वारा 14 से 16 मार्च, 2019 तक कुसाट में आयोजित बेंथोस (आइ सी बी-2019) अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में सिफनेट के डॉ के. बी. बिजुमोन, वरिष्ठ अनुदेशक (एफ टी), श्री एन. जयरामन, वरिष्ठ अनुदेशक (एफ टी) और श्री के. प्रदीप, अनुदेशक (एफ टी) ने भाग लिया।