संस्थानोत्तर प्रशिक्षणार्थी
सिफनेट के कोच्ची, चेन्नई और विशाखपटनम तीनों केंद्र, एक-एक मत्स्यग्रहण प्रशिक्षण जलयानों से सुसज्जित है। इन जलयानों को नियमित मत्स्यग्रहण प्रचालन के लिए तैनात किया जाता है। जहाज पर व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करने और आवश्यक समुद्री सेवा प्रदान करने के लिए, संस्थान के संस्थानोत्तर प्रशिक्षणार्थियों को सिफनेट के जलयानों के साथ-साथ भारतीय मात्स्यिकी सर्वेक्षण के जलयानों पर भी तैनात किया जाता है। संस्थानोत्तर प्रशिक्षणार्थियों को शिक्षु फिटर/कनिष्ठ डेकहैंड/इंजन कक्ष सहायक के रूप में आवधिक नियुक्ति दी जाती है।
1. शिक्षु फिटर
सिफनेट से मरीन फिटर पाठ्यक्रम (2 वर्ष की अवधि) पूरा करनेवाले प्रशिक्षणार्थियों को संस्थान की समुद्री कर्मशाला में 6 महीने की अवधि के लिए शिक्षु फिटर के रूप में संस्थानोत्तर प्रशिक्षण दिया जाता है। उन्हें मुख्य/सहायक डीज़ल इंजन, इलेक्ट्रिक वेल्डिंग, गैस वेल्डिंग आदि के रखरखाव और मरम्मत का प्रशिक्षण दिया जाता है। 2020-2022 बैच तक मरीन फिटर पाठ्यक्रम पूरा करनेवाले लगभग सभी प्रशिक्षणार्थियों को, शिक्षु फिटर के रूप में प्रशिक्षण दिया गया है।
2. इंजन कक्ष सहायक
शिक्षु फिटर के रूप में प्रशिक्षण पूरा करनेवाले प्रशिक्षणार्थियों को आवश्यक समुद्री सेवा प्राप्त करने के लिए जलयान पर इंजन कक्ष सहायक के रूप में आवधिक नियुक्ति दी जाती है। यह पहले छ: महीने तक दी जाती है, और बाद में वाणिज्य समुद्री विभाग द्वारा चलाई जानेवाली इंजन ड्राइवर फिशिंग वेसल परीक्षा लिखने केलिए अर्हता प्राप्त करने तक अवधि बढा दी जाती है। आवश्यक समुद्री सेवा 270 प्रोपल्शन दिनों की है। 2018-2020 बैच तक मरीन फिटर पाठ्यक्रम और शिक्षु फिटर सेवा पूरा करनेवाले लगभग सभी प्रशिक्षणार्थियों को, इंजन कक्ष सहायक के रूप में आवधिक नियुक्ति दी गई है।
3. कनिष्ठ डेकहैंड
सिफनेट से वेसल नाविगेटर पाठ्यक्रम (2 वर्ष की अवधि) पूरा करनेवाले प्रशिक्षणार्थियों को संस्थान के जलयान में कनिष्ठ डेकहैंन्ड के रूप में तैनात किया जाता है। कनिष्ठ डेकहैंन्ड के लिए आवश्यक समुद्री सेवा केवल 9 महीने हैं। पहले उन्हें छ: महीने तक तैनात किया जाता है, और बाद में वाणिज्य समुद्री विभाग द्वारा चलाई जानेवाली मेट फिशिंग वेसल परीक्षा लिखने केलिए अर्हता प्राप्त करने तक अवधि बढा दी जाती है। 2021-2023 बैच तक मरीन फिटर पाठ्यक्रम पूरा करनेवाले लगभग सभी प्रशिक्षणार्थियों को, कनिष्ठ डेकहैंड के रूप में तैनात किया गया है।